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एसी कार्यालय के स्थापना शाखा प्रभारी यशवंत नगभिरे की चल रही मनमर्जी स्कूलों में भृत्य की भर्ती में चलाते है मनमर्जी

सिवनी महाकौशल। सिवनी के जनजाति कार्य विभाग में कई ऐसे कर्मचारी पदस्थ है जिन्हें एक ही शाखा को संभालते हुए कई वर्ष बीत चुके हैं और वह इतने बेलगाम हो गए हैं कि अपनी मनमर्जी चलाने लगे हैं। बताया जाता है कि लंबे समय से जनजाति कार्य विभाग में पदस्थ विजेंद्र बोरकर, राकेश दुबे, सुधीर राजनेगी यशवंत नगभिरे ,संतोष राजनेगी जैसे अधिकारियों और कर्मचारियों की चर्चा चलते रही है जिनके ऊपर कभी भी उच्च अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं किया जिसका पूरा फायदा उक्त सभी कर्मचारी उठाते हैं। बताया जाता है की स्थापना शाखा में पदस्थ यशवंत नगभिरे सहायक ग्रेड 2 के पद पर पदस्थ है जिनके स्थानांतरण की भी चर्चाएं चल रही थी। सूत्र बताते है की श्री नगभिरे ने स्थापना शाखा प्रभारी रहते हुए कई ऐसे कारनामों को अंजाम दिया है कि यदि उनकी पोल खुल गई तो श्री नगभिरे परेशानी में पड़ सकते हैं। यह बात वह अच्छी तरह से जानते हैं यही कारण है कि वह अपना स्थानांतरण रुकवाने के लिए हर संभव प्रयास करते रहे और वर्तमान में उनका स्थानांतरण रुक भी गया। सूत्र बताते है की हाई स्कूल से हायर सेकेंडरी स्कूल को उन्नयन किया गया है। जिले में कई ऐसे स्कूल है जहां स्कूल की आवश्यकता को देखते हुए दैनिक वेतन भोगी के रूप में एक एक भृत्य रखने  का प्रावधान है। बताया जाता है कि श्री नगभिरे ने अपने उच्च अधिकारियों को विश्वास में लिए बिना कुछ ऐसे स्कूलों में दैनिक वेतन भोगी भृत्य रखने के बजाय उनसे उच्च स्तरीय सांठ गांठ करते हुए नियमित भृत्य को पदस्थ कर दिया। विभाग में चर्चा तो यह भी है कि श्री नगभिरे ने एक ही स्कूल में दो दो भृत्य की पदस्थापना भी किया है। आश्चर्य तो इस बात का है कि इस तरफ ना तो मंडल संयोजको का ध्यान जाता है और ना ही क्षेत्रीय संयोजको का। या यूं कहे कि यशवंत नगभिरे की मनमर्जी में उनकी भी मौन स्वीकृति है। जिसकी तरफ कभी भी उच्च अधिकारियों का ध्यान नही जाता।